लुधियाना गैस कांड।
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लुधियाना के ग्यासपुरा के 33 फुट रोड पर गैस रिसाव कांड के दूसरे दिन भी दहशत भरा मंजर दिखा। पूरा बाजार बंद था और 500 मीटर के दायरे का सारा क्षेत्र प्रशासन ने दूसरे दिन भी सील रखा। हालांकि दूसरे दिन भी यह स्पष्ट नहीं हो सका कि केमिकल कहां से सीवरेज लाइन में आया और गैस कहां बनी।
गैस का सबसे ज्यादा असर 100 मीटर के दायरे में हुआ। इसी क्षेत्र में सभी 11 लोगों की जान गई है। एनडीआरएफ की टीमों ने सोमवार को पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया। टीमें हैंडहैल्ड गैस डिटेक्टर की मदद से समय-समय पर वायु गुणवत्ता जांचने में जुटी रहीं। प्रशासनिक अधिकारी भी एनडीआरएफ के साथ मौजूद रहे। उधर, पटियाला से प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीमों के साथ-साथ नगर निगम की भी टीमें जांच कर रही हैं।
एनडीआरएफ के विशेषज्ञों से बात करने के बाद नगर निगम और जिला प्रशासन ने सीवरेज लाइनों में कॉस्टिक सोडा डाला ताकि जो जहरीली गैस हाइड्रोजन सल्फाइड पाई गई है उसकी मात्रा कम हो सके। इलाके की वायु गुणवत्ता सोमवार सुबह नौ बजे के बाद कुछ साफ हुई। दूसरे दिन पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू, डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक और नगर निगम कमिश्नर डॉ. शेना अग्रवाल ने इलाके का दौरा किया।