आठ माह के बच्चे ने माता-पिता को दी मुखाग्नि।
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लुधियाना में जहरीली गैस ने 11 लोगों की जिंदगी लील ली। इसके बाद भी पूरे इलाके में अजीब से शांति है। लोग अब भी डरे सहमे हैं। सोमवार को ग्यासपुरा के श्मशान घाट में तीन लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। आठ महीने के बेटे ने जब माता-पिता को मुखाग्नि दी तो हर आंख नम हो गई। इस दौरान इलाके की विधायक रविंदरपाल कौर छीना भी मौजूद रहीं। हादसे में जान गंवाने वालों में गौरव गोयल के भाई सौरव गोयल, उनकी पत्नी प्रीति और मां कीर्ति शामिल हैं। आठ माह के आर्यन ने माता प्रीति और पिता सौरव की चिता को मुखाग्नि दी।
सोमवार की सुबह गौरव गोयल के रिश्तेदार पहुंचे तो सभी ने अंतिम संस्कार करने की बात की। इसके बाद गौरव के भाई सौरव, उनकी पत्नी प्रीति और मां कीर्ति का संस्कार ग्यासपुरा के श्मशानघाट में किया गया। गौरव का परिवार मूलरूप से अलीगढ़ का रहने वाला है। अलीगढ़ के गांव सुजापुर से पारिवारिक सदस्य सोमवार की सुबह ही लुधियाना पहुंच चुके थे। गौरव ने बताया कि कोई अधिकारी उनके परिवार से नहीं मिला है। न ही उन्हें किसी तरह की मदद दी गई है। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले भाई के इकलौते बेटे आर्यन की सारी पढ़ाई का खर्चा प्रशासन से उठाने की मांग की।
इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे भी पुलिस ने जांचे
पुलिस प्रशासन को शक था कि किसी ने देर रात को सीवरेज में केमिकलयुक्त कचरा डाला है। पुलिस ने इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने करीब 100 फुटेज को खंगाला लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।
सात लोगों के शव बिहार रवाना
उधर हादसे में जान गंवाने वाले डॉ. कविलाश और उनके परिवार के पांच शवों को रिश्तेदार रविवार को ही बिहार ले गए हैं। कविलाश बिहार के गया जिले के रहने वाले थे। नवनीत कुमार और उनकी पत्नी नीतू देवी ने भी गैस कांड में जान गंवाई है। दोनों के शवों को भाई नितिन रविवार को ही बिहार ले गया है। नवनीत कुमार मूलरूप से हाजीपुर के रहने वाले थे।