ब्रेन ट्यूमर के लिए हर बार नहीं होती ऑपरेशन की जरूरत, जानिए क्या होता है Meningiomas -डॉ. सुधाकर पॉल जोहन बी

क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज लुधियाना अस्पताल में न्यूरो सर्जन विभाग के वरिष्ठ डॉ. सुधाकर जॉन बी.ने बताया मेनिनजियोमा सबसे आम ब्रेन ट्यूमर  इसका मतलब ये इस तरह के ट्यूमर है, जिसका खतरा बाकियों की तुलना में कम होता है. आइए मेनिनजियोमा के बारे में सबकुछ जानते हैं.
ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनकर ही दिल डर से भर जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ब्रेन ट्यूमर घातक नहीं होते. मेनिनजियोमा सबसे आम ब्रेन ट्यूमर (Types of tumor) है, मेनिनजियोमा ट्यूमर अक्सर काफी सौम्य होते हैं, इसके लिए सर्जरी की आवश्यकता भी कम ही होती है. इसका मतलब ये इस तरह के ट्यूमर है, जिसका खतरा बाकियों की तुलना में कम होता है. आइए मेनिनजियोमा (Meningiomas) के बारे में सब कुछ जानते हैं.
डॉ.. सुधाकर जॉन बी.ने बताया ये ट्यूमर मेनिन्जेस में सेल्स से उत्पन्न होता है, मेनिन्जेस मस्तिष्क और बैक बोन की परत होती है. इसलिए तकनीकी रूप से देखा जाए तो, ये ब्रेन ट्यूमर नहीं हैं क्योंकि वे म्यूटेटेड ब्रेन सेल्स की वजह से नहीं होते. अगर मेनिनजियोमा बढ़ता है या सूजन का कारण बनता है जो ब्रेन या स्कैल्प में अन्य संरचनाओं पर दबाव बढ़ता है, तो यह ब्रेन ट्यूमर के लक्षण पैदा कर सकता है.
साइज के आधार पर निर्भर करता है लक्षण (Symptoms of meningiomas)
मेनिंगिओमास में भी दूसरे ट्यूमर की तरह सिरदर्द, विजन प्रॉब्लम या दौरे के लक्षण होते हैं. बड़े मेनिनजियोमा मस्तिष्कमेरु द्रव (cerebrospinal fluid) के प्रवाह को रोक सकते हैं, जिसकी वजह से ब्रेन में पानी बन सकता है जो याददाश्त को प्रभावित करता है.
क्या है इलाज (Treatment of meningiomas)
डॉक्टर सीटी स्केन या एमआरआई के जरिए ट्यूमर का पता लगाते हैं. सिरदर्द या दूसरे लक्षण दिखने पर इस तरह के टेस्ट कराए जाते हैं. Meningiomas के मामले में डॉक्टर इसका साइज देख एडवाइज कर सकते हैं कि इसे सर्जरी कर हटाने की जरूरत है या नहीं. ये ट्यूमर आमतौर पर सौम्य होते हैं. इसका अर्थ है कि ट्यूमर कोशिकाओं के शरीर के अन्य भागों में फैलने की संभावना नहीं होती. मेनिनजियोमा चुपचाप बिना किसी समस्या के वर्षों तक बढ़ सकता है और कई बार इसके कोई लक्षण नहीं दिखते.

सर्जरी जरूरी होती है या नहीं (whether surgery is necessary)
मेनिनजियोमा की स्थिति और आकार पर निर्भर करता है कि ऑपरेशन होना चाहिए या नहीं. जरूरत होने पर इसे ऑपरेशन या फिर रेडिएशन थेरेपी से ठीक किया जाता है. अगर ऑपरेशन के बाद भी ट्यूमर पूरी तरह खत्म नहीं होता तो रेडिएशन थेरेपी आजमाई जाती है.

Dr Paul Sudhakar  John B

MBBS,MS,MCH

CONSULTANT  NEURO SURGEON

 CHRISTAN MEDICAL COLLEGE & HOSPITAL LUDHIANA

Leave a Comment

Recent Post

Live Cricket Update

You May Like This