कार्डियक अरेस्ट? लक्षण से लेकर बचाव के तरीके – डॉ. गुरभेज सिंह हृदय रोग विशेषज्ञ

क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज लुधियाना अस्पताल में कार्डियोलॉजी. विभाग के वरिष्ठ डॉ. गुरभेज सिंह एमबीबीएस, एमडी, डीएम हृदय रोग विशेषज्ञ.ने बताया कुछ लोग कार्डियक अरेस्ट को हार्ट अटैक भी समझते हैं
लेकिन ये दोनों अलग है। यहां ये समझना जरूरी है कि हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डियक अरेस्ट होता है इस बीमारी में अगर समय पर इलाज न मिले, तो व्यक्ति की मौत तक हो सकती है। इसमें इलेक्ट्रिक इनबैलेंस के कारण दिल धड़कना बंद कर देता है, जिसकी वजह से व्यक्ति सांस नहीं ले पाता है और हांफने लगता है। ऐसे में समय पर इलाज मिलना बेहद जरूरी है।
ये हैं लक्षण
-अचानक होश खो बैठना और फिर अचानक गिर जाना। वहीं मरीज को हिलाने पर भी वो कोई प्रतिक्रया नहीं देता है
दिल का अचानक तेजी से धड़कना
नॉर्मल तरीके से व्यक्ति सांस नहीं ले पाता है
शरीर व दिमाग के अन्य हिस्सों में खून की आपूर्ति नहीं हो पाती है
-पल्स और ब्लड प्रेशर थम जाते हैं।
ऐसे कर सकते हैं मदद

-अगर किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आया है, तो आपको सबसे पहले तो आपातकालीन नंबर (अस्पताल के नंबर पर) पर फोन करके मदद मांगनी है।

वहीं, आपको तुरंत मरीज को सीपीआर देना चाहिए। सीपीआर देकर भी मरीज की जान बचाई जा सकती है।
ऐसे दे सकते हैं सीपीआर
1. सीपीआर देने के लिए आपको सबसे पहले मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना है। अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।
2. इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें। धक्का ऐसा हो, जिससे छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है। इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।
बचने के ये हैं उपाय
-इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप फिट रहें और स्वस्थ रहें
-अच्छा आहार लें, जो पौष्टिक हो, कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल वाला हो
-कम तैलीय भोजन का सेवन करें। वहीं, मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें या न ही करें, तो बेहतर रहेगा क्योंकि इनसे वजन बढ़ सकता है और हृदय रोगों के जोखिम को ये बढ़ा सकते हैं
शराब और धूम्रपान अगर आप करते हैं, तो आज ही त्याग दें क्योंकि ये हृदय संबंधी परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं
-इससे बचने के लिए शारीरिक गतिविधि का काफी महत्व है।
डॉ. गुरभेज सिंह
एमबीबीएस, एमडी, डीएम हृदय रोग विशेषज्ञ
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज लुधियाना

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