सुनील जाखड़ पंजाब के दिग्गज हिंदू नेता हैं। वे पूर्व मंत्री बलराम जाखड़ के बेटे हैं। सुनील जाखड़ अबोहर से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वहीं वे गुरदासपुर से सांसद भी रह चुके हैं। सुनील जाखड़ कुछ समय पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
सुनील जाखड़ पंजाब भाजपा के नए प्रधान नियुक्त किए गए हैं। पार्टी ने दिल्ली में इसका एलान किया है। जाखड़ कुछ समय पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। जाखड़ अश्वनी शर्मा की जगह लेंगे। पार्टी में गुटबाजी को हवा देना और जालंधर लोकसभा उपचुनाव में पार्टी का खराब प्रदर्शन अश्वनी शर्मा के लिए महंगा साबित हुआ।
अमित शाह के करीबी माने जाते हैं जाखड़
अश्वनी शर्मा को पदमुक्त करने की चर्चा अमित शाह के गुरदासपुर दौरे से ही शुरू हो गई थी। जाखड़ केंद्रीय गृह मंत्री के काफी निकट माने जाते हैं। जाखड़ गुरदासपुर से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार भी हो सकते हैं। पार्टी अध्यक्ष बनाने का मुख्य कारण यही है कि वह हिंदू और जट्ट समुदाय का संयुक्त चेहरा हैं।
मालवा को साध गई भाजपा
अमृतसर व गुरदासपुर माझा में हैं जबकि होशियारपुर दोआबा में। ऐसे में भाजपा का वर्कर इन क्षेत्रों में सिमटकर रह गया था। विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को मालवा इलाके में तरजीह नहीं दी जाती थी। 23 सीटों में अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर व लुधियाना से ही सीट मिलती थी। कुल मिलाकर अकाली दल ने मालवा पर कब्जा कर रखा था। आप ने 2022 के चुनावों में मालवा में जबरदस्त आंधी चलाई और मजबूत सरकार बना ली।
इतिहास भी इस बात का साक्षी है कि पंजाब में जितने भी सीएम बने हैं, अधिकतर मालवा से ही रहे हैं। दो बार कैप्टन अमरिंदर सिंह, पांच बार प्रकाश सिंह बादल, बीबी राजिंदर कौर भट्ठल, हरचरण सिंह बराड़, चरणजीत सिंह चन्नी मालवा से लड़ते आए हैं। लिहाजा सत्ता की चाबी मालवा के हाथ है। जाखड़ मालवा से हैं और उनका भतीजा संदीप जाखड़ कांग्रेस से विधायक है। भाजपा ने जाखड़ को प्रधान बनाकर पंजाब में मालवा में अपना परचम लहराने की योजना बना ली है।
भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सुनील जाखड़ को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया-सुनील जाखड़ को पंजाब भाजपा के नए अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई। मुझे यकीन है कि वे पंजाब में पार्टी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। शुभकामनाएं।