राज्यपाल पुरोहित ने राज्य सरकार के साथ टकराव पर कहा कि जब भी संविधान के उलट बात होगी तो उसका नोटिस लिया जाएगा। पंजाब सरकार का सत्र असंवैधानिक था। अब इस सत्र में पास होने वाले चारों बिल संवैधानिक कैसे हो सकते हैं?
पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित गुरुवार को जालंधर में कहा कि सीएम मान उनके बेटे जैसे हैं, मेरे बेटे की उम्र के हैं। यही वजह है कि मैं उनको बेहद प्यार करता हूं लेकिन उनकी भाषा कितनी गलत है। कोई राज्यपाल के बारे में ऐसा बोलता है क्या? सीएम मान मुझे कहते हैं कि देखो यह आदमी कहां से आया है… पता नहीं नागालैंड से या नागपुर से आया है? राज्यपाल ने आगे कहा कि मैं चुनौती देता हूं मेरी एक भी गलती बताओ। मैंने कभी पंजाब में प्रशासनिक दखलअंदाजी की है, जो संविधान के उलट होगा, उसमें राज्यपाल एक्शन लेगा ही।
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने गुरुवार को जालंधर में बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। इसके बाद पत्रकारों से खास बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने बाढ़ से पहले प्रबंध में चूक की लेकिन बाद में सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों का कार्य संतुष्टिजनक है। उन्होंने सिंचाई विभाग के सचिव कृष्ण कुमार और डीसी विशेष सरंगल से गिरदावरी करवाकर 15 दिन के भीतर किसानों को पैसा जारी करने को कहा है।
राज्यपाल पुरोहित ने राज्य सरकार के साथ टकराव पर कहा कि जब भी संविधान के उलट बात होगी तो उसका नोटिस लिया जाएगा। पंजाब सरकार का सत्र असंवैधानिक था। अब इस सत्र में पास होने वाले चारों बिल संवैधानिक कैसे हो सकते हैं?
हाल ही में सीएम मान ने कहा था कि चारों बिल जरूर पास होंगे। इस सवाल पर राज्यपाल पुरोहित ने कहा कि सीएम मान के पास अलग संविधान की कॉपी होगी लेकिन संविधान की धारा 167 के तहत राज्यपाल को पूर्ण अधिकार है। सरकार को अगर सत्र बुलाना था तो मानसून सत्र में बुलाती। इसमें खुलकर हर मुद्दे पर बहस होती।
हरियाणा सरकार का प्रस्ताव आया है, अभी जमीन नहीं दी
राज्यपाल पुरोहित ने कहा कि हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ में अलग विधानसभा बनाने का एक प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने जमीन की मांग की है। अभी प्रस्ताव उनके पास आया है जो विचाराधीन है। जमीन अलॉट नहीं की गई। इसमें कोई शक नहीं कि जमीन अलॉट करने का अधिकार उनके पास है।
मैंने तो दखलअंदाजी नहीं की
राज्यपाल पुरोहित से पूछा गया कि भगवंत मान ने ट्वीट किया कि देश को सिर्फ 30 लोग चला रहे हैं। इसमें 28 राज्यपाल, 29वें अमित शाह और 30वें पीएम नरेंद्र मोदी हैं। इस पर राज्यपाल ने कहा कि आप बताओ कि मैंने कभी पंजाब के प्रशासनिक कार्य में दखलअंदाजी की है। कोई एक बात भी बता दे। फिर मैं कैसे सरकार चला रहा हूं?