पंजाबी हेडलाइन (हरमिंदर सिंह किट्टी 9814060516)
नेतृत्व (Leadership) किसी भी देश,संगठन अथवा संस्था की उपलब्धियों और सफलता में एक आवश्यक तत्व है । इस दुनिया की सभी बड़ी सफलताओं को किसी न किसी व्यक्ति के लीडरशिप में ही प्राप्त किया गया है । निःसंदेह कोई भी प्राप्ति (achievement) सामूहिक प्रयासों से ही संभव होता है, लेकिन किसी भी समूह के प्रयासों को परिणाम में goal में बदलने के लिए उस समूह का लीडर योग्य होना चाहिए । अन्यथा वांछित परिणाम कभी नहीं मिल पाएंगे । एक अच्छा लीडर विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक परिणाम ले आता है और अपनी टीम का मनोबल ऊंचा रखता है ।
इस पोस्ट में लीडरशिप का अर्थ , लीडरशिप के प्रकार के अलावा लीडरशिप से संबंधित महत्वपूर्ण गुणों की चर्चा करेंगे । यदि आप नेतृत्व (Leadership) के अर्थ को पूर्णता में समझना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा । आप लीडरशिप पर विभिन्न विद्वानों के मत को जान पाएंगे एवं महत्वपूर्ण लीडरशिप स्किल्स के बारे में भी आपको जानकारी मिलेगी
Leadership अर्थात नेतृत्व को विश्व के कई प्रमुख मैनेजमेंट गुरुओं (Management Gurus) और विद्वानों ने अपने-अपने ढंग से परिभाषित करने की कोशिश की है ।
नेतृत्व सामाजिक प्रभाव स्थापित करने की एक सकारात्मक प्रक्रिया है , जिसमें किसी सामूहिक लक्ष्य अथवा उदेश्य की प्राप्ति के लिए एक व्यक्ति अपने सहयोगियों को अपने साथ जोड़कर उनके प्रयासों को और अधिक प्रभावी तरीके से उपयोग कर पाता है
नेतृत्व एक तरह से लोगों से संबंध स्थापित करने की भी प्रक्रिया है, जिसमें अपने विचार और क्रियाकलाप के द्वारा एक समूह को किसी खास उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्रेरित किया जाता है । अगर लीडर कुत्सित विचारों वाला है तो कई बार वह लोगों को सिर्फ इसलिए प्रेरित करता है ताकि उसके लिए वांछित परिणाम प्राप्त हो सके और वह बाकी लोगों के हाथ झुनझुना पकड़ाकर आगे निकल ले ।
लीडर कौन है ?
लीडर अथवा नेता वह व्यक्ति है जो किसी खास उदेश्य की प्राप्ति कैसे होगी, के लिए योजनाओं की रूपरेखा को तैयार करता है । फिर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जनसमूह अथवा अपने साथ काम करने वाले लोगों को प्रेरित और मार्गदर्शन भी करता है ।
लीडरशिप के सिद्धांत और विद्वानों के मत
नेतृत्व से संबंधित इस लेख(leadership)में आगे पढिए नेतृत्व से संबंधित प्रमुख विद्वानों के मतों को … विश्व के विभिन्न विद्वानों ने नेतृत्व को लेकर अपनी-अपनी परिभाषाएं दी हैं । नेतृत्व को परिभाषित करने में मुख्य रूप से दो धरे हैं। जिसमें एक नेतृत्व को प्रक्रिया (process) मानता है और दूसरा इसे किसी भी व्यक्ति अथवा समूह के खास गुणों का समुच्चय मानता है
नेतृत्व(leadership) को वस्तुतः मैं भी एक प्रक्रिया ही मानता हूँ । लीडरशिप करने की स्थिति तक पहुँचने के लिए किसी व्यक्ति में कुछ विशेषताओं का होना बहुत ही आवश्यक है ताकि उसके व्यक्तित्व से लोगों पर कुछ सकारात्मक प्रभाव पड़े और जिससे उसका नेतृत्व दीर्घकालिक हो ।
जैसा कि ऊपर सिउला ने बताया है कि नेतृत्व के लिए भावनात्मक लगाव के साथ-साथ विश्वास, प्रतिबद्धता और दायित्वबोध जैसे गुण तो अपरिहार्य है हैं ही ! इसके साथ कुछ अन्य गुण भी आवश्यक है जिस को अपनाकर एक प्रभावकारी व्यक्तित्व और जबरदस्त लीडरशिप का निर्माण होता है । उत्कृष्ट और आदर्श नेतृत्व के लिए आवश्यक गुण (Leadership Qualities) इस प्रकार से हैं –
संवाद कला :
किसी भी परिस्थिति और परिवेश में संवाद का अपना एक अलग महत्व है । प्रभावी नेतृत्व के लिए किसी व्यक्ति का अच्छा वक्ता होना बहुत आवश्यक है । इससे वह अपने लक्ष्य तक पहुँचने की रूपरेखा और लक्ष्य प्राप्ति के महत्व सहित अन्य महत्वपूर्ण बातों को अपने साथियों तक ठीक से पहुंचा सकता है ।
कई बार बीच-बीच में टीम का मनोबल भी कम पड़ने लगता है ऐसे में एक उत्कृष्ट वक्ता कठिन समय में भी अपने सहयोगियों का मनोबल बढ़ते हुए उन्हे लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित कर पाने में कामयाब हो पाएगा जिससे लक्ष्य शीघ्र प्राप्त होंगे । अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल का होना एक लीडर के लिए आवश्यक है ।
2
ईमानदारी :
ईमानदारी वह चारित्रिक गुण है जिससे किसी व्यक्ति पर लोगों का विश्वास बढ़ता है । किसी सामूहिक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपने नेतृत्व पर लोगों का विश्वास जितना अधिक होगा, लोग उतनी तन्मयता से अपने आप को लक्ष्य के प्रति समर्पित कर पाएंगे ।
3
जिम्मेदारी :
अपने घोषित लक्ष्य के प्रति जिम्मेदारी का भाव यानी कि किस काम को कब और कैसे अपनी योजना के अनुसार करना है ,कौन सा काम कब पूरा होना है आगे क्या होगा इन सबकी चिंता एक नेता और उसके नेतृत्व में लोगों का विश्वास बढ़ाता है ।
4
विनम्रता :
विनम्रता से एक नेतृत्व की लोकप्रियता बढ़ती है । यदि लीडर के दरवाजे सबके लिए सुगम हो और वह अपने साथियों और फॉलोवर्स को पूरा सम्मान भी देता हो, तो ऐसा नेतृत्व देने वाला लीडर लोगों के दिलों पर राज करता है ।
ऐसे नेतृत्व की एक सुंदर सी बात मैंने कहीं पढ़ी थी कि एक नेता में न रहे ।
धैर्य :
धैर्य वैसे तो हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है लेकिन यह उस व्यक्ति हेतु जो नेतृत्व कर रहा हो बहुत आवश्यक है । जीवन में हर प्रयास के परिणाम हमारे अनुसार हो ऐसा जरूरी नहीं है। इसके अतिरिक्त भी अपने लक्ष्य तक पहुँचने के क्रम में कई बार बुरी घटनाओं और परिस्थितियों से भी गुजरना पड़ सकता है । ऐसे में एक धैर्यवान नेतृत्वकर्ता(Leader) ही खुद को और अपने साथियों को किसी भी भटकाव से बचा कर आगे ले जा सकता है, ताकि पुनः नए तरीके से प्रयास किए जा सकें ।
साहस :
जब सबकुछ ठीक चल रहा हो , हर परिणाम अपने अनुरूप आ रहें हों तो कोई भी टीम को लेकर आगे बढ़ सकता है। लेकिन जब आशानुरूप परिणाम नहीं आ रहें हों उस स्थिति में भी लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए धैर्य और साहस बहुत आवश्यक है ।
हर प्रयास सफल नहीं हो सकते लेकिन एक साहसी और सुलझा हुआ नेतृत्व वांछित परिणाम के लिए नए कदम भी उठा सकता है ।
जोखिम लेने की क्षमता:
जब आजमाए प्रक्रियाओं से परिणाम नहीं मिल रहें हो तो कुछ नया आजमाना पड़ता है । लेकिन नए को आजमाने में जहां परिणाम मिलने की उम्मीद है वहीं नुकसान होने की भी भारी संभावना है ।
लेकिन एक नेतृत्वकर्ता को अपने नेतृत्व को प्रामाणिक और सुदृढ़ बनाने के लिए हमेशा जोखिम लेने को तैयार रहना चाहिए बशर्ते कि उसे जोखिम से होने वाले संभावित नुकसान का पूर्वानुमान हो ।
व्यक्तिगत संबंध बनाना :
एक सफल लीडर बनने के लिए व्यक्तिगत संबंधों की भी अपनी एक अलग अहमियत है । लोगों के सुख-दुख में शामिल होने से लोगों का अपने Leader के प्रति विश्वास और अपनापन बढ़ता है । इस प्रकार से स्थापित संबंध के प्रभाव दीर्घकालिक और दूरगामी होते हैं । लोग हर हाल में ऐसे लीडर के साथ आगे चलना पसंद करते हैं ।
आगे जानते हैं लीडरशिप स्टाइल और लीडरशिप के प्रकार के बारे में …
नेतृत्व के प्रकार | Types of Leadership
इस लेख में आगे हम बात करते हैं लीडरशिप से संबंधित कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातों -Leadership style in hindiके बारे मे … ! नेतृत्व (Hindi meaning of Leadership) को नेतृत्व के अंदाज या Leadership Style के आधार पर परंपरागत रूप में चार भाग में बांट सकतें हैं । जिसे आप भी सहजता से स्वीकार कर पाएंगे और समझ भी पाएंगे ।
निरंकुश नेतृत्व (Autocratic Leadership) :
निरंकुश नेतृत्व में नेता अपने विचारों, मान्यताओं और धारणाओं के आधार पर लिए गए निर्णयों को अपने लोगों पर थोपता है। यहां रचनात्मकता की गुंजाईश बहुत कम है । ये एक तरह से वन मेन शो जैसा है, लेकिन ऐसी leadership उस स्थिति में अधिक लाभकारी हो सकता है, जब निर्णय शीघ्र लेने हों और नेतृत्व करने वाला व्यक्ति अपनी टीम का सबसे काबिल आदमी हो ।
लोकतांत्रिक नेतृत्व (Democratic Leadership) :
इस तरह के नेतृत्व की प्रक्रिया में एक लीडर अपने सहयोगियों से भी संबंधित मसले पर राय विचार लेता है । किसी भी निर्णय को लेने से पहले उस पर सामूहिक रायशुमारी की जाती है और फिर उसके आधार पर निर्णय लिए जाते हैं ।
करिश्माई नेतृत्व
(Charismatic Leadership) :
इस तरह के नेतृत्व में एक लीडर अपने व्यक्तित्व की चमक-दमक और अपने छवि के आधार पर लोगों को अपने साथ जोड़ता है । इसे भी एक तरह से निरंकुश नेतृत्व ही माना जा सकता है जहां एक आदमी ही सभी प्रकार के निर्णय लेने के लिए अधिकृत होता है ।
प्रतिनिधि नेतृत्व (Delegative Leadership /Laissez-Faire Leadership) :
इसमें लीडर स्वयं निर्णय नहीं लेकर अपने टीम के सदस्यों को अपने ज्ञान और विवेक से निर्णय लेने के लिए प्रेरित करता है । वैसे किसी भी देश में राजनैतिक तौर पर ऐसे नेतृत्व की कल्पना थोड़ी मुश्किल सी बात लगती है, लेकिन किसी कंपनी का कोई प्रोजेक्ट जहां विशेषज्ञ काम कर रहें हो वहां इस तरह का नेतृत्व फायदेमंद भी हो सकता है । और इसके अपने फायदे तो हैं ही !
सारांश
नेतृत्व किसी भी बड़े काम को सफलतापूर्वक करने के लिए एक जरूरी प्रक्रिया है । दुनियाँ के सभी महान कार्य अच्छे लीडर की देखरेख ही सम्पन्न हुए हैं । आप किसी भी देश का विकास या फिर किसी बड़ी कंपनी के निर्माण और विकास का आकलन करके देख सकते हैं आपको सबकुछ स्पष्ट नजर आएगा ।
एक अच्छा लीडर बनने के लिए ईमानदारी , जिम्मेदारी,विनम्रता,साहस आदि के साथ अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल भी बहुत जरूरी है । लीडरशिप के विभिन्न प्रकारों में मेरी नजर में लोकतान्त्रिक नेतृत्व सबसे महत्वपूर्ण और अच्छा नेतृत्व है ।
हमें पूरा विश्वास है कि विचारक्रान्ति द्वारा नेतृत्व क्या है? What is Leadership पर प्रस्तुत यह लेख आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा । आपको एक सफल नेतृत्वकर्ता के लिए उपयोगी गुणों के बारे में भी जानकारी मिली होगी , जिसे आप अपने जीवन में उपयोग करते हुए अपने कार्यक्षेत्र में अधिक ऊंचाई को प्राप्त करेंगे ।