दिवाली का त्योहार रोशनी और आतिशबाजी का त्योहार है। ऐसे में पर्व की खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए लोग पटाखे जलाना पसंद करते हैं। लेकिन, पटाखों से जुड़े हादसे भी आम हैं। अगर आप दीवाली के पर्व पर पटाखे जलाते समय हादसे का शिकार होने से बचना चाहते हैं, तो इन बातों का रखें खास महत्व।

Safety Tips:
दिवाली का पर्व भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार रोशनी और आतिशबाजी का प्रतीक है। इस दिन पर लोग अपने घरों को दीयों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाते हैं। साथ ही, पटाखे जलाकर भी इस त्योहार की खुशी जाहिर करते हैं। ऐसे में पटाखे से जुड़े मामले त्योहार के बाद हजारों सुनने को मिलते हैं। अगर आप पर्व पर पटाखे जलाने की तैयारी कर रही हैं, तो इसके लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
त्योहार की खुशी और आनंद के लिए पटाखे जलाना अच्छा लग सकता है। लेकिन यह बहुत खतरनाक भी हो सकता है। अगर यह सही तरीके से जलाए नहीं जाए तो पटाखे जलाने, आंखों में चोट लगने या अन्य दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। इसलिए, दिवाली के त्योहार को सुरक्षित और मजेदार बनाने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं। इस लेख में हम आपको दिवाली के पर्व पर पटाखे जलाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

कई बार माता-पिता बच्चों को पटाखे जलाने के लिए छत पर भेजते ताकि वह बाहर जल रहे पटाखों से दूर रहे है। लेकिन बता दें, कि पटाखों को हमेशा खुले और सुरक्षित स्थान पर जलाएं। घर के अंदर, छोटी जगह या भीड़भाड़ वाले इलाकों में पटाखे जलाना खतरनाक हो सकता है।
बच्चों की देखरेख
अगर आपके बच्चे अकेले पटाखे जला रहे हैं, तो उस दौरान एक छोटी सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में बच्चों को कभी भी अकेले पटाखे जलाने न दें। किसी बड़े की देखरेख के साथ ही बच्चों को पटाखे जलाने की परमिशन दें।
पटाखे जलाते समय आंखों पर चश्मा, हाथों में दस्ताने और चेहरे पर मास्क पहनें। कई बार पटाखे के अचानक ब्लास्ट होने की स्थिति में घाव और चोट लग सकती हैं।
पटाखे जलाते समय अपने पास पानी और बालू रखें। अगर अचानक किसी वजह से आग लग गई है, तो इन चीजों की मदद से तुरंत पानी से बुझाया जा सकता है। हालांकि हर घर में दवाइयां होती है। लेकिन कई बार खत्म होने के बाद हम इन्हें लाना भूल जाते हैं। अगर आपके पास मेडिसिन खत्म हो गई है, तो इन्हें तुरंत खरीद कर लाएं। किसी प्रकार का हादसा या पटाखे से जलने पर आप दवा को लगाकर अपना बचाव कर सकती हैं।

Professor&Hod
MBBS, MS,Mch
एचओडी, प्लास्टिक सर्जरी विभाग, सीएमसी लुधियाना