57 वर्षीय लाइबेरियन नागरिक बेंडू व्हेनसे हाल ही में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) के ऑर्थोपेडिक स्पाइन ओपीडी में आईं। उन्हें पिछले छह वर्षों से पुरानी कमर दर्द, दाहिने पैर में रेडिकुलोपैथी, और सीधे खड़े होने व चलने में कठिनाई हो रही थी। पूरी रीढ़ की MRI जांच के बाद उन्हें डिजेनेरेटिव स्पोंडिलोथिसिस, प्रोलैप्स्ड इंटरवर्टिब्रल डिस्क्स, लंबर कैनाल स्टेनोसिस, और दाहिनी कूल्हे की ग्रेड 4 ऑस्टियोआर्थराइटिस का निदान किया गया।
उन्हें टोटल लंबर इंटरबॉडी फ्यूजन (L4-L5) और डिस्केक्टॉमी (L5-S1) के माध्यम से सफलतापूर्वक इलाज प्रदान किया गया। यह सर्जरी डॉ. नोएल सुखजीत सिंह (सीनियर कंसल्टेंट और प्रोफेसर, ऑर्थोपेडिक स्पाइन सर्जरी) के नेतृत्व में हुई। उनकी टीम में डॉ. जुविन जोसफ (सीनियर रेजिडेंट), डॉ. मंशेक, और डॉ. शालोम (जूनियर रेजिडेंट्स) शामिल थे।
सर्जरी बिना किसी जटिलता के पूरी हुई, और मरीज ने पोस्ट-ऑपरेटिव रिकवरी में उल्लेखनीय सुधार दिखाया। सर्जरी के दो दिन बाद, वे वॉकर की सहायता से खड़ी हुईं और तीसरे दिन सीधा चलने लगीं। उन्हें सर्जरी के पांचवें दिन अच्छे स्वास्थ्य में छुट्टी दे दी गई।
अब बेंडू व्हेनसे का दाहिने कूल्हे का पूर्ण प्रत्यारोपण (Right Total Hip Replacement) निर्धारित है, जिससे उनकी कार्यात्मक रिकवरी, दर्द रहित चलने की क्षमता, और संतुलित मुद्रा बहाल होने की उम्मीद है।
रीढ़ की सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ा रहे डॉ. नोएल सुखजीत सिंह
डॉ. नोएल सुखजीत सिंह, जो CMC में सीनियर कंसल्टेंट और प्रोफेसर हैं, रीढ़ की बीमारियों से संबंधित जागरूकता और उन्नत उपचार प्रदान करने में अग्रणी हैं। जटिल रीढ़ के मामलों को संभालने में वर्षों के अनुभव के साथ, वे शुरुआती निदान, जीवनशैली में बदलाव, और उचित इलाज के महत्व पर जोर देते हैं ताकि दीर्घकालिक समस्याओं से बचा जा सके।
डॉ. सिंह की रीढ़ की सेहत पर सलाह:
1. लक्षणों को पहचानना:
पुराना कमर दर्द, पैरों में दर्द, सुन्नता, या चलने में कठिनाई रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है। इन्हें नजरअंदाज करना स्थिति को बिगाड़ सकता है।
2. सामान्य समस्याएं:
लंबर कैनाल स्टेनोसिस, स्पोंडिलोथिसिस, प्रोलैप्स्ड इंटरवर्टिब्रल डिस्क, और रीढ़ की विकृतियां, जो अक्सर गतिहीन जीवनशैली और बढ़ती उम्र के कारण होती हैं।
3. उन्नत उपचार विकल्प:
CMC में अत्याधुनिक प्रक्रियाएं जैसे टोटल लंबर इंटरबॉडी फ्यूजन, मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी (MISS), और विकृति सुधार उपलब्ध हैं, जो तेज़ रिकवरी और बेहतर परिणाम सुनिश्चित करते हैं।
4. सर्जरी के बाद की रिकवरी:
डॉ. सिंह के अनुसार, सर्जरी के बाद देखभाल, फिजियोथेरेपी, और संतुलित जीवनशैली दीर्घकालिक सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
5. रोकथाम के उपाय:
नियमित व्यायाम: कोर को मजबूत करने वाले और लो-इम्पैक्ट व्यायाम जैसे तैराकी और योग करें।
सही मुद्रा: लंबे समय तक बैठने और झुकने से बचें; एक एर्गोनोमिक कार्यक्षेत्र बनाए रखें।
वजन प्रबंधन: अधिक वजन रीढ़ पर अत्यधिक दबाव डालता है, जिससे इसके क्षरण की संभावना बढ़ती है।
जागरूकता अभियान: डॉ. सिंह ने रीढ़ की सेहत को प्राथमिकता देने के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों का नेतृत्व किया है।
सफल कहानियां:
डॉ. सिंह के नेतृत्व में, CMC ने कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मरीजों का सफल इलाज किया है। बेंडू व्हेनसे जैसी जटिल सर्जरी की हालिया सफलता टीम की विशेषज्ञता और दयालु देखभाल को दर्शाती है।

डॉ. सिंह का संदेश:
“आपकी रीढ़ आपकी गतिशीलता की रीढ़ है। इसका ध्यान रखें इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। नियमित जांच और शुरुआती हस्तक्षेप से गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है। CMC में, हम हर मरीज को विश्वस्तरीय देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”