डीएमसीएच में कैडेवर लिवर ट्रांसप्लांट सफल, 66 वर्षीय मरीज को मिली नई जिंदगी

लुधियाना: (पंजाबी हेड लाइन हरमिंदर सिंह किट्टीदयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMC&H) की लिवर ट्रांसप्लांट टीम ने कैडेवर लिवर ट्रांसप्लांट करके 66 वर्षीय मरीज को नई जिंदगी दी। यह मरीज काफी समय से गंभीर लीवर रोग से जूझ रहा था।

ट्रांसप्लांट कैसे हुआ?

यह सफल ट्रांसप्लांट 70 वर्षीय महिला द्वारा दान किए गए लिवर के कारण संभव हुआ। महिला को मैक्स अस्पताल, मोहाली में ब्रेन डेड घोषित किया गया था। उनके परिवार ने अंग दान करके एक महान मिसाल पेश की।

सफल ट्रांसप्लांट की अगुवाई

डॉ. गुरसागर सिंह सहोता, चीफ लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन, की अगुवाई में टीम ने दाता का लिवर प्राप्त किया और इसे ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से लुधियाना पहुँचाया।

प्रशासन और डॉक्टरों की प्रतिक्रिया

श्री बिपिन गुप्ता, सचिव, डीएमसीएच मैनेजिंग सोसाइटी, ने दाता के परिवार का हृदय से धन्यवाद किया।

डॉ. जी.एस. वंडर, प्रिंसिपल, डीएमसीएच, ने कहा कि यह अंग दान और लोगों को प्रेरित करेगा।

डॉ. संदीप शर्मा, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, डीएमसीएच, ने टीम की लगन और सेवा भावना की सराहना की।

डॉ. पी.एल. गौतम (एचओडी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन) और डॉ. सुनीत कथूरिया (एचओडी, एनेस्थीसिया) ने भी इस ट्रांसप्लांट की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अंग दान की अपील

डीएमसीएच ने दाता के परिवार का आभार व्यक्त करते हुए लोगों से अंग दान के लिए प्रेरित होने की अपील की है।

“अंग दान – जीवन दान!”

2️⃣ “अपनी मृत्यु के बाद किसी की जिंदगी बनाएं – अंग दान करें!”

3️⃣ “मरने के बाद भी जीने का सबसे सुंदर तरीका – अंग दान!”

4️⃣ “अगर आप किसी की मदद कर सकते हैं, तो रुके नहीं – अंग दान, सबसे बड़ी सेवा!”

5️⃣ “आप अपने अंग अपने साथ नहीं ले जा सकते, लेकिन वे किसी और को नई जिंदगी दे सकते हैं!”

6️⃣ “एक दाता – आठ जिंदगियां बचा सकता है!”

7️⃣ “इंसानियत की सबसे ऊँची मिसाल – अंग दान!”

8️⃣ “आप एक हीरो बन सकते हैं – आज ही अंग दान का संकल्प लें!”

9️⃣ “मृत्यु के बाद भी किसी की उम्मीद बनें – अंग दान करें!”

🔟 “सच्चा दान – जो किसी की जिंदगी बचाए!”

“हम अपने हाथों से अपनी विरासत को अमर कर सकते हैं – अंग दान करके!”

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