चंडीगढ़: पंजाबीहेड लाइन (हरमिंदर सिंह किट्टी) पंजाब सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए नए एंटी-ड्रग अभियान की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने इस मुहिम को “नशे से आज़ादी – स्वस्थ पंजाब” नाम दिया है, जिसका मकसद युवाओं को नशे की चपेट से बचाना और तस्करों पर कड़ी कार्रवाई करना है।
अभियान के मुख्य बिंदु:
नशा तस्करों पर शिकंजा:
- नशीली दवाओं की बिक्री, सप्लाई और तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई।
- राज्यभर में ड्रग माफिया के खिलाफ रेड और गिरफ्तारी अभियान तेज़।
- नशे की कमाई से बनाई गई संपत्तियों को जब्त करने के लिए कड़ा कानून लागू।
मेडिकल स्टोरों और फार्मेसी पर निगरानी:
- बिना डॉक्टर की पर्ची के नशीली दवाओं की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध।
- हर मेडिकल स्टोर की नियमित जांच और दोषी पाए जाने वालों पर लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई।
युवाओं को जागरूक करने के लिए शिक्षा और खेल:
- स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में “Say No to Drugs” अभियान शुरू।
- खेल-कूद और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए युवा विकास कार्यक्रम।
- ड्रग एडिक्शन रिहैबिलिटेशन सेंटर्स में मुफ्त इलाज और काउंसलिंग की सुविधा।
पुलिस और जनता की भागीदारी:
- नशे के खिलाफ पुलिस हेल्पलाइन नंबर जारी: नागरिक सीधे शिकायत कर सकते हैं।
- गांवों और शहरों में ड्रग-विरोधी समितियों का गठन ताकि स्थानीय लोग भी अभियान का हिस्सा बनें।
- सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नशे के खिलाफ प्रचार अभियान।
“नशे से आज़ादी – स्वस्थ पंजाब, समृद्ध पंजाब!”
“युवा बचेंगे, पंजाब बढ़ेगा!”
“ड्रग्स छोड़ो, सपनों को पकड़ो!”
“अब नशे के सौदागरों को नहीं मिलेगी माफी!”
प्रशासन की अपील:
पंजाब सरकार ने जनता से इस मुहिम में साथ देने की अपील की है। अगर आपको कहीं भी नशे की बिक्री या तस्करी की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस हेल्पलाइन पर सूचित करें।
यह अभियान सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है – मिलकर लड़ेंगे, मिलकर जीतेंगे!